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सेविंग्स अकाउंट करंट अकाउंट
सामान्य लोगों की बचत के लिए बनाया जाता है। बिजनेस और बड़े लेन-देन के लिए बनाया जाता है।
इस पर बैंक ब्याज देता है। इस पर कोई ब्याज नहीं मिलता।
ट्रांज़ैक्शन सीमित होते हैं। अनलिमिटेड ट्रांज़ैक्शन की सुविधा।
कम न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता। ज्यादा न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता।
व्यक्तिगत उपयोग के लिए। व्यापारिक उपयोग के लिए।
डेबिट कार्ड, UPI, ATM आदि उपलब्ध। चेक बुक, OD लिमिट, उच्च ट्रांज़ैक्शन लिमिट।
सेविंग्स बैंक अकाउंट और करंट अकाउंट के बीच अंतर को समझना हर व्यक्ति और व्यवसाय के लिए जरूरी है, क्योंकि दोनों खातों का उपयोग अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है। अक्सर लोग बैंक में खाता खोलते समय यह तय नहीं कर पाते कि उन्हें कौन सा खाता चुनना चाहिए। सेविंग्स अकाउंट आम लोगों की बचत के लिए बनाया जाता है, वहीं करंट अकाउंट व्यापार या बड़े लेन-देन करने वालों के लिए उपयोगी होता है। इनके बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं, जिनमें न्यूनतम बैलेंस, लेन-देन की सीमा, ब्याज दर, उपयोग, सुविधाएं, खाता शुल्क और ट्रांज़ैक्शन लिमिट शामिल हैं। सेविंग्स अकाउंट में मुख्य उद्देश्य बचत को बढ़ावा देना होता है और बैंक इस पर ब्याज भी देता है, जबकि करंट अकाउंट में उपयोगकर्ता को अनलिमिटेड ट्रांज़ैक्शन की सुविधा मिलती है, लेकिन बैंक इस पर कोई ब्याज नहीं देता क्योंकि इसका उद्देश्य व्यवसाय को सुविधाजनक बैंकिंग सेवा प्रदान करना है।

सेविंग्स अकाउंट सामान्य रूप से किसी भी व्यक्ति, छात्र, महिला, सैलरी पाने वाले या वरिष्ठ नागरिक द्वारा खोला जाता है। यह उन लोगों के लिए अच्छा होता है जो नियमित रूप से थोड़ी-थोड़ी बचत करना चाहते हैं और जिनका मुख्य फोकस अपनी कमाई को सुरक्षित रखना और ब्याज प्राप्त करना है। इसके विपरीत, करंट अकाउंट उन व्यक्तियों, कंपनियों, दुकानदारों, व्यापारियों, स्टार्टअप और बड़े लेनदेन करने वाले लोगों के लिए उपयोगी होता है जिन्हें दिन में कई बार धन जमा करने और निकालने की आवश्यकता पड़ती है। करंट अकाउंट में बैंक उपयोगकर्ता को ओवरड्राफ्ट सुविधा भी देता है, जिसका मतलब है कि ग्राहक अपने खाते में पैसे न होने के बावजूद बैंक की अनुमति से एक निश्चित सीमा तक पैसे निकाल सकता है। यह सुविधा सेविंग्स अकाउंट में नहीं मिलती।

सेविंग्स अकाउंट में बैंक न्यूनतम बैलेंस रखने के लिए कहता है, जो ज्यादातर 0 से लेकर 10,000 रुपये तक होता है। कई बैंक जीरो बैलेंस सेविंग्स अकाउंट भी प्रदान करते हैं, जिनमें ग्राहक को न्यूनतम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती। वहीं करंट अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस की राशि ज्यादा होती है और कई बैंकों में यह 10,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक भी हो सकती है, क्योंकि करंट अकाउंट की सुविधाएं अधिक होती हैं और लेन-देन की मात्रा भी काफी बड़ी होती है। सेवा शुल्क भी करंट अकाउंट में सेविंग्स अकाउंट की तुलना में अधिक लगाए जाते हैं।

सेविंग्स अकाउंट में पैसे सुरक्षित रहते हैं और बैंक ब्याज भी देता है। भारत में अधिकांश बैंक 2.5% से लेकर 4% तक की ब्याज दर सेविंग्स अकाउंट पर देते हैं। कुछ प्राइवेट बैंक उच्च बैलेंस रखने पर 5% से 7% तक ब्याज भी देते हैं। यह ब्याज समय-समय पर बदल सकता है और बैंक की नीति पर निर्भर करता है। दूसरी ओर, करंट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता, क्योंकि यह खाता केवल व्यापारिक लेनदेन के लिए होता है और बैंक इसकी सेवाओं के लिए शुल्क लेता है। करंट अकाउंट का मुख्य उद्देश्य ग्राहक को तेज और अनलिमिटेड लेन-देन की सुविधा देना है, न कि ब्याज के माध्यम से बचत बढ़ाना।

सेविंग्स अकाउंट का उपयोग मुख्यतः पैसे जमा करने, ऑनलाइन पेमेंट करने, ATM से पैसे निकालने, डेबिट कार्ड उपयोग, बिल पेमेंट, UPI ट्रांज़ैक्शन और FD या RD जैसी छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने के लिए होता है। इसमें लेन-देन की सीमा तय रहती है और बैंक महीने में एक निश्चित संख्या के बाद ट्रांज़ैक्शन का शुल्क भी ले सकता है। वहीं करंट अकाउंट में लेन-देन की कोई सीमा नहीं होती और ग्राहक दिन में सैकड़ों ट्रांज़ैक्शन भी कर सकता है। यह व्यवसायिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है ताकि व्यापार करने वालों को बैंकिंग में कोई रुकावट न आए।

यदि कोई व्यक्ति सेविंग्स अकाउंट के माध्यम से लगातार बड़े ट्रांज़ैक्शन करता है, तो बैंक उसे नोटिस जारी कर सकता है या खाता बंद करने की चेतावनी दे सकता है। कारण यह है कि सेविंग्स अकाउंट का उद्देश्य व्यक्तिगत उपयोग है, जबकि करंट अकाउंट का उद्देश्य व्यापारिक उपयोग है। इसलिए यदि आप व्यापारी हैं या आपका व्यवसाय है, तो करंट अकाउंट ही सही विकल्प होता है। इससे GST, चालान, चेक बुक, ट्रेड लाइसेंस, OD सुविधा, बैंक स्टेटमेंट आदि से संबंधित काम आसान हो जाते हैं।

सेविंग्स अकाउंट खोलने की प्रक्रिया आसान होती है। इसमें केवल कुछ डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है। कई बैंक वीडियो KYC के जरिए भी सेविंग्स अकाउंट खोलने की सुविधा देते हैं। वहीं करंट अकाउंट खोलने के लिए अधिक डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है, जैसे कि GST सर्टिफिकेट, ट्रेड लाइसेंस, बिजनेस रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट, दुकान का पेपर, इनकम प्रूफ और बैंक के अनुसार अन्य कागजात। यह इसलिए जरूरी होता है क्योंकि बैंक करंट अकाउंट को बिजनेस अकाउंट मानकर खोलते हैं।

सेविंग्स अकाउंट में ग्राहक को डेबिट कार्ड, पासबुक, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और UPI जैसी सेवाएं मिलती हैं। वहीं करंट अकाउंट में ग्राहक को अधिक सेवाएं मिलती हैं, जैसे कि चेक बुक, OD सुविधा, RTGS/NEFT की प्राथमिकता, अधिक लोन की सुविधा, कैश हैंडलिंग लिमिट अधिक होना और कई बैंकों में फ्री कैश जमा जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

करंट अकाउंट उपयोगकर्ता के लिए बैंक कई बार विशेष सुविधाएं भी देता है, जैसे कि रिलेशनशिप मैनेजर, प्रीमियम बैंकिंग, कैश पिकअप सर्विस, ट्रांज़ैक्शन पर कैशबैक, सैलरी अकाउंट ऑफर, मर्चेंट पेमेंट सिस्टम और बिजनेस लोन में छूट। दूसरी ओर, सेविंग्स अकाउंट में सुविधाएं साधारण होती हैं और आम जनता के लिए उपयुक्त होती हैं।

सेविंग्स अकाउंट का उपयोग सीमित सोशल सिक्योरिटी के रूप में भी होता है, क्योंकि बैंक इसमें जमा राशि पर 5 लाख तक का DICGC बीमा देता है। हालांकि करंट अकाउंट का भी यही बीमा लागू होता है, परन्तु करंट अकाउंट में बैलेंस अधिक होने पर जोखिम बढ़ सकता है क्योंकि ब्याज नहीं मिलता और पैसा लंबे समय तक रखने का लाभ नहीं होता। इसलिए करंट अकाउंट व्यवसाय के उद्देश्य से ही उपयोग होता है।

सेविंग्स अकाउंट उन लोगों के लिए अच्छा है जिनकी आय नियमित है और जो अपनी आमदनी को सुरक्षित रखना व ब्याज अर्जित करना चाहते हैं। जैसे कि नौकरीपेशा व्यक्ति, विद्यार्थी, गृहिणी, रिटायर्ड लोग या कोई भी व्यक्ति जो बचत करना चाहता है। करंट अकाउंट उन व्यक्तियों के लिए जरूरी है जो व्यापार करते हैं, जैसे दुकानदार, थोक व्यापारी, कंपनियां, फ्रीलांसर, एजेंसियां, NGO और अन्य व्यापारिक इकाइयां।

बैंकिंग सिस्टम के दोनों खाते अपने-अपने उद्देश्य के लिए बनाए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति केवल बचत करना चाहता है और उसके ट्रांज़ैक्शन सीमित हैं, तो सेविंग्स अकाउंट उसके लिए उपयुक्त विकल्प है। लेकिन यदि कोई बार-बार लेन-देन करता है और उसके व्यवसाय के लिए बैंकिंग महत्वपूर्ण है, तो करंट अकाउंट उसके लिए अनिवार्य होता है। सही खाता चुनने से न सिर्फ समय और पैसा बचता है, बल्कि बैंकिंग का अनुभव भी बेहतर होता है और उपयोगकर्ता अपनी आर्थिक जरूरतों को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकता है।

इस प्रकार सेविंग्स अकाउंट और करंट अकाउंट के बीच स्पष्ट अंतर है और व्यक्ति को अपनी आवश्यकता के अनुसार सही खाता चुनना चाहिए। चाहे आप नौकरी करते हों या बिजनेस, दोनों खातों का महत्व अलग-अलग परिस्थितियों में होता है। सेविंग्स अकाउंट सुरक्षा और ब्याज का लाभ देता है, जबकि करंट अकाउंट तेज, निर्बाध और अनलिमिटेड लेन-देन की सुविधा प्रदान करता है। इसलिए खाता चुनते समय यह समझना जरूरी है कि आपका उद्देश्य क्या है, आपकी लेन-देन की जरूरत कितनी है और आपका बैंकिंग उपयोग कैसा है। सही चयन से आप अपने वित्तीय जीवन को बेहतर बना सकते हैं और बैंकिंग प्रक्रिया को और सरल बना सकते हैं।

किसके लिए कौन सा खाता उपयुक्त है

Savings Account उपयुक्त है Current Account उपयुक्त है
नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए दुकानदारों और व्यापारियों के लिए
छात्रों और सामान्य उपयोग के लिए कंपनियों, स्टार्टअप और फर्मों के लिए
पैसे बचाने और ब्याज कमाने वालों के लिए बड़े और बार-बार लेन-देन करने वालों के लिए
सीमित और व्यक्तिगत लेन-देन वाले उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक नकद जमा/निकासी की आवश्यकता वाले व्यवसायों के लिए

Frequently Asked Questions (FAQs)

Q1. Savings account और current account में सबसे बड़ा अंतर क्या है?

Savings account बचत के लिए होता है और इस पर ब्याज मिलता है। Current account व्यापारिक लेन-देन के लिए होता है और इस पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता।

Q2. क्या current account में unlimited transactions किए जा सकते हैं?

हाँ, current account में लेन-देन की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए इसे व्यापारी और व्यवसायिक उपयोगकर्ता अपनाते हैं।

Q3. क्या savings account zero balance में खुल सकता है?

हाँ, कई बैंक zero balance savings account उपलब्ध कराते हैं, जिसमें न्यूनतम बैलेंस रखने की आवश्यकता नहीं होती।

Q4. क्या current account का उपयोग सामान्य लोग कर सकते हैं?

कर सकते हैं, लेकिन सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए savings account अधिक उपयुक्त होता है। Current account मूल रूप से व्यवसायिक उपयोग के लिए बनाया गया है।

Q5. क्या current account पर ब्याज मिलता है?

नहीं, current account पर कोई ब्याज नहीं मिलता क्योंकि यह व्यापारिक लेनदेन के लिए डिज़ाइन किया गया है।

Q6. बिज़नेस के लिए कौन सा खाता बेहतर है?

बिज़नेस, दुकान, कंपनी, फर्म और स्टार्टअप के लिए current account सबसे अच्छा और उपयोगी माना जाता है।

Q7. Savings account किसके लिए सबसे उपयुक्त है?

यह नौकरीपेशा लोगों, छात्रों, आम उपयोगकर्ताओं और उन लोगों के लिए सही है जो सुरक्षित तरीके से धन बचाना और ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं।

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