संक्षिप्त जानकारी: Gmail और Email दोनों अलग-अलग हैं। Email एक तकनीक है जिसका उपयोग मैसेज भेजने के लिए होता है, जबकि Gmail Google द्वारा प्रदान की जाने वाली ईमेल सेवा है।
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Gmail और Email के बीच का अंतर समझने के लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि ईमेल आखिर होता क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है। इंटरनेट की दुनिया में ईमेल एक डिजिटल संदेश भेजने की विधि है, जिसका उपयोग किसी भी व्यक्ति से ऑनलाइन संवाद करने के लिए किया जाता है। ईमेल एक तकनीक है, एक सिस्टम है, जिसके माध्यम से संदेश भेजे और प्राप्त किए जाते हैं। वहीं Gmail एक विशेष कंपनी द्वारा प्रदान किया जाने वाला ईमेल सर्विस है, जिसे Google ने 2004 में लॉन्च किया था। बहुत से लोग अभी भी Gmail और Email को एक ही चीज मान लेते हैं, जबकि दोनों की परिभाषा और काम करने का तरीका अलग-अलग है। इसी अंतर को विस्तार में समझाने के लिए यह पूरा लेख लिखा गया है ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से जान सके कि Email क्या होता है, Gmail क्या होता है, और इनके बीच असल फर्क क्या है।
ईमेल का इतिहास काफी पुराना है। ईमेल की शुरुआत 1971 में Ray Tomlinson ने की थी जब उन्होंने ARPANET सिस्टम पर पहली ईमेल भेजी थी। इसका उद्देश्य था एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर डिजिटल संदेश भेजना। यह तकनीक धीरे-धीरे विकसित होती गई और आज ईमेल दुनिया की सबसे जरूरी कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी बन गई है। ईमेल का मतलब है इलेक्ट्रॉनिक मेल, यानी इंटरनेट के माध्यम से पत्र या संदेश भेजना। इंटरनेट के बिना ईमेल संभव नहीं है क्योंकि ईमेल पूरी तरह ऑनलाइन चलता है। इस सिस्टम में एक ईमेल एड्रेस की जरूरत होती है जैसे example@mail.com जो हर यूज़र को यूनिक पहचान देता है। इस एड्रेस की मदद से संदेश सही व्यक्ति तक पहुँचता है, ठीक वैसे ही जैसे डाकघर में पते के अनुसार पत्र पहुंचता है।
ईमेल कोई कंपनी नहीं है, कोई ऐप नहीं है, बल्कि एक कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल है। विभिन्न कंपनियां इसका इस्तेमाल करके अपनी ईमेल सेवाएँ बनाती हैं। जैसे Gmail, Yahoo Mail, Outlook Mail, Rediffmail, ProtonMail, AOL Mail आदि। ये सभी ईमेल सेवाएँ हैं, लेकिन तकनीक एक ही—ईमेल। यानी ईमेल एक बड़ा सिस्टम है और Gmail उसी सिस्टम में काम करने वाली एक सर्विस है, जैसे इंटरनेट बहुत बड़ा सिस्टम है और WhatsApp उस सिस्टम पर चलने वाला एक ऐप।
दूसरी तरफ Gmail की बात करें तो Gmail दुनिया की सबसे लोकप्रिय ईमेल सेवाओं में से एक है। Google द्वारा बनाई गई यह सर्विस अपनी तेज स्पीड, आसान इंटरफेस, बेहतर स्पैम फ़िल्टरिंग, अधिक स्टोरेज, Google Drive इंटीग्रेशन, Google Photos कनेक्शन और Google Workspace जैसे फीचर्स की वजह से यूज़र्स के बीच बेहद प्रसिद्ध है। आज दुनिया में 1.8 बिलियन से ज्यादा लोग Gmail का उपयोग करते हैं। Gmail ने ईमेल की दुनिया में क्रांति ला दी क्योंकि इसने ईमेल को आसान, तेज, सुरक्षित और फ्री बना दिया। Gmail का इंटरफेस नया सीखने वालों के लिए भी बेहद आसान होता है, इसलिए भारत सहित पूरी दुनिया में लोग सबसे ज्यादा Gmail का उपयोग करते हैं।
Gmail और Email का सबसे बड़ा अंतर यह है कि Email एक तकनीक है जबकि Gmail एक कंपनी द्वारा दी जाने वाली सर्विस। जैसे मोबाइल कॉलिंग एक तकनीक है, और Airtel, Jio, Vi कॉलिंग सेवाएँ हैं। उसी तरह Email एक तकनीक है और Gmail उस तकनीक का उपयोग करके ईमेल भेजने-पाने की सुविधा देता है। यानी Gmail, Email के बिना कुछ नहीं, लेकिन Email Gmail के बिना भी काम कर सकता है क्योंकि इसके कई दूसरे प्रोवाइडर मौजूद हैं।
अब अगर बात की जाए दोनों के उपयोग और विशेषताओं की, तो ईमेल का कार्य सिर्फ संदेश भेजना और प्राप्त करना है। इसमें कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं होती। यह इंटरनेट प्रोटोकॉल पर आधारित एक बेसिक सिस्टम होता है। लेकिन Gmail जैसी सेवाएँ इसे यूज़र-फ्रेंडली बनाती हैं और अतिरिक्त फीचर्स जोड़ती हैं। Gmail में आपको इनबॉक्स मैनेजमेंट, लेबल्स, फिल्टर्स, स्पैम डिटेक्शन, गूगल ड्राइव स्टोरेज, फाइल अटैचमेंट सपोर्ट, वीडियो कॉलिंग, चैटिंग, कॉन्टेक्ट मैनेजमेंट, मोबाइल वर्जन और कई एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स मिलते हैं। यानी Gmail एक ईमेल सेवा से कहीं अधिक है; यह एक संपूर्ण कम्युनिकेशन प्लेटफ़ॉर्म है।
एक और महत्वपूर्ण अंतर यह है कि ईमेल किसी भी मेल सर्वर पर काम कर सकता है, जबकि Gmail केवल Google के सर्वर पर चलता है। यानी यदि आपको एक सामान्य ईमेल सिस्टम सेटअप करना है, तो आप अपना खुद का मेल सर्वर बना सकते हैं और ईमेल भेज-प्राप्त कर सकते हैं। कई कंपनियाँ अपना ईमेल सर्वर उपयोग करती हैं जैसे info@company.com या support@company.com। यह भी ईमेल ही है, लेकिन इसे Gmail की जरूरत नहीं होती। इसका अर्थ है कि ईमेल एक ओपन टेक्नोलॉजी है जिसे कोई भी उपयोग कर सकता है, जबकि Gmail एक ब्रांडेड प्रोडक्ट है जो केवल Google की सेवाओं से चलता है।
इसके अलावा ईमेल एड्रेस के डोमेन से भी पता चलता है कि यूज़र किस सर्विस का उपयोग कर रहा है। यदि किसी का ईमेल abc@gmail.com है तो यह Gmail का यूज़र है। लेकिन यदि कोई abc@yahoo.com है तो यह Yahoo Mail का यूज़र है। इसी तरह abc@outlook.com Microsoft की Outlook सेवा का यूज़र है। लेकिन @gmail.com वाला ईमेल सिर्फ Gmail पर ही बनाया जा सकता है, किसी अन्य ईमेल सेवा पर नहीं। मतलब Email एड्रेस का फॉर्मेट एक जैसा होने के बावजूद सर्विस प्रोवाइडर अलग-अलग हो सकते हैं।
एक और महत्वपूर्ण अंतर है Gmail और Email की सुरक्षा। ईमेल तकनीक सामान्य रूप से भेजने और प्राप्त करने की एक विधि बताती है, लेकिन इसमें किसी सुरक्षा फीचर का उल्लेख नहीं होता। सुरक्षा का काम ईमेल सर्विस प्रोवाइडर का होता है। Gmail इस मामले में बेहद आगे है क्योंकि इसमें दो-स्तरीय सत्यापन (2-Step Verification), स्पैम फ़िल्टरिंग, वायरस स्कैनिंग, AI-आधारित सुरक्षा, एंड-टू-एंड प्रोटेक्शन और कई तरह के सिक्योरिटी सिस्टम मौजूद हैं। यही कारण है कि Gmail को दुनिया का सबसे सुरक्षित ईमेल प्लेटफ़ॉर्म माना जाता है।
ईमेल के उपयोग की बात करें तो इसे लगभग हर जगह इस्तेमाल किया जाता है। कॉलेज एडमिशन, जॉब आवेदन, ऑफिस कम्युनिकेशन, ऑनलाइन सर्विसेज रजिस्ट्रेशन, बैंकिंग, सोशल मीडिया अकाउंट, UPI रजिस्ट्रेशन, ऐप लॉग-इन और कई सरकारी प्रक्रियाओं में ईमेल आवश्यक होता है। वहीं Gmail की उपयोगिता इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि Google Play Store, YouTube, Google Photos, Google Drive, Google Meet, Google Maps और सभी Google सेवाओं में लॉग-इन करने के लिए Gmail की ही जरूरत होती है। यानी Gmail एक ईमेल सर्विस होने के साथ-साथ Google की पूरी डिजिटल इकोसिस्टम की चाबी भी है।
ईमेल का उपयोग केवल संदेश भेजने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से बड़े फाइल, दस्तावेज, फोटो, वीडियो, ऑडियो फाइल और PDF भी भेजी जा सकती हैं। हालांकि यह क्षमता बड़ी सीमा तक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर पर निर्भर करती है। Gmail में 25MB तक की फाइलें सीधे भेजी जा सकती हैं और उससे बड़ी फाइलें Google Drive में अपलोड करके शेयर की जा सकती हैं। दूसरी ईमेल सेवाओं में यह सुविधा सीमित या अलग हो सकती है।
ईमेल टेक्नोलॉजी का उद्देश्य दुनिया में डिजिटल संचार को सरल बनाना है, जबकि Gmail का उद्देश्य इस तकनीक को अधिक सुविधाजनक बनाना है। यानी ईमेल एक आधार है और Gmail उस आधार पर खड़ी एक अत्याधुनिक सेवा है। अधिकांश लोग इसलिए Gmail को ही ईमेल मान लेते हैं, क्योंकि भारत में लगभग हर व्यक्ति के पास Gmail अकाउंट होता है और अन्य ईमेल सेवाओं का उपयोग कम होता है।
Gmail और Email के बीच एक बड़ा अंतर यह भी है कि ईमेल ऑफलाइन सेटअप के जरिए भी चल सकता है, खासकर कंप्यूटर नेटवर्क में, जबकि Gmail हमेशा इंटरनेट से कनेक्शन मांगता है। कई कंपनियाँ अपने इंटर्नल सर्वर पर ईमेल सिस्टम बनाती हैं जो केवल ऑफिस नेटवर्क में काम करता है। लेकिन Gmail एक पब्लिक ईमेल सेवा है और दुनिया में कहीं भी इंटरनेट के माध्यम से उपयोग की जा सकती है।
ईमेल को SMTP, POP और IMAP प्रोटोकॉल के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है, जबकि Gmail इन सभी प्रोटोकॉल को उपयोग करता है और साथ ही APIs तथा AI-आधारित प्रोसेसिंग सिस्टम का भी उपयोग करता है ताकि यूज़र एक्सपीरियंस अधिक स्मूद हो सके। Gmail के इनबॉक्स में आने वाले मेल अपने-आप Primary, Social और Promotions टैब में बंट जाते हैं जबकि सामान्य ईमेल सिस्टम में ऐसा नहीं होता। Gmail में 15GB का मुफ्त स्टोरेज मिलता है जिसे Google Drive और Google Photos में भी उपयोग किया जा सकता है, जबकि कई अन्य ईमेल सेवाएँ केवल 2GB या 5GB स्टोरेज देती हैं।
ईमेल का अस्तित्व दुनिया की डिजिटल व्यवस्था के लिए जरूरी है, जबकि Gmail डिजिटल दुनिया को आसान बनाने का साधन है। दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं लेकिन दोनों की भूमिका पूरी तरह अलग है। कह सकते हैं कि ईमेल एक सड़क की तरह है और Gmail उस सड़क पर चलने वाली एक सुरक्षित, आरामदायक और तेज कार की तरह है। सड़क के बिना कार बेकार है और कार के बिना सड़क अधूरी, लेकिन दोनों का काम अलग-अलग है।
अंत में, ईमेल और Gmail में यह अंतर समझना जरूरी है ताकि आप डिजिटल दुनिया में चीजों को सही तरीके से समझ सकें। यदि आपको किसी भी ऐप या सर्विस में लॉग-इन करना है, आप Gmail का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपको किसी कंपनी या संस्थान को औपचारिक संदेश भेजना है, ईमेल की तकनीक उसी में मदद करेगी। लेकिन Gmail वह प्लेटफ़ॉर्म है जो आपको यह सब आसानी से करने देता है। इसलिए अब जब भी कोई कहे कि Gmail और Email एक ही हैं, तो आप आसानी से बता सकते हैं कि ईमेल एक तकनीक है, जबकि Gmail उस तकनीक का उपयोग करके मेल भेजने-पाने की सेवा है।
FAQs
Gmail और Email में क्या अंतर है?
Email एक तकनीक है जबकि Gmail Google द्वारा दी जाने वाली ईमेल सर्विस है।
क्या Gmail के बिना Email बनाया जा सकता है?
हाँ, Yahoo Mail, Outlook और ProtonMail जैसे प्लेटफॉर्म पर Email बनाया जा सकता है।
Email कहाँ उपयोग होता है?
बैंकिंग, सोशल मीडिया, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, जॉब और हर ऑनलाइन सर्विस में।
क्या Gmail सुरक्षित है?
हाँ, Gmail दो-स्तरीय सुरक्षा (2FA) और स्पैम फ़िल्टर की वजह से बहुत सुरक्षित है।
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